हंस फाउंडेशन की ओर से जिले में संचालित की जा रही पांच मोबाइल वैन की सुविधा अब जल्द ही प्रभावित होने जा रही है। यह मोबाइल वैन सेवा जिले के गांव-गांव तक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही थी, लेकिन अब जून से यह सुविधा बंद हो जाएगी।
बागेश्वर और कपकोट ब्लॉक में दो-दो मोबाइल वैन चल रही हैं, जबकि गरुड़ ब्लॉक में एक मोबाइल वैन सेवा प्रदान की जा रही है। इन वैनों में चिकित्सक, फार्मासिस्ट, लैब तकनीशियन, एएनएम और एसपीओ की टीम बीमारियों के बारे में जागरूकता फैलाने, जांच करने और दवाइयां वितरित करने जैसी सेवाएं दे रही हैं।
फाउंडेशन के अनुसार, 31 मई तक ही लोग इन वैनों की सेवाएं प्राप्त कर पाएंगे। इसके बाद यह सुविधा ठप हो जाएगी। संस्था ने बताया कि विदेशों से मिलने वाली सहायता राशि में कमी आई है, जिसके कारण वाहनों से जुड़े खर्चे का बोझ उठाना कठिन हो गया है।
जिला समन्वयक गजेंद्र सिंह नेगी ने इस स्थिति की पुष्टि करते हुए बताया कि विदेशी फंड में कमी आने से यह सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।