दिल्ली दौरे पर सीएम धामी, जलविद्युत परियोजनाओं को लेकर की अहम पहल
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इन दिनों दिल्ली दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल से मुलाकात की। बैठक में मुख्यमंत्री ने राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास को तेज़ी देने के उद्देश्य से 8 जलविद्युत परियोजनाओं के विकास और निर्माण को मंजूरी देने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से न केवल ऊर्जा उत्पादन में वृद्धि होगी, बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे और राज्य की आर्थिक आत्मनिर्भरता को बल मिलेगा।
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सीएम धामी ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री से की अहम मुलाकात
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट रूप से कहा कि उत्तराखंड सरकार मां गंगा सहित राज्य की सभी नदियों की निर्मलता, अविरलता और पर्यावरण संरक्षण को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
उन्होंने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री को अवगत कराया कि राज्य सरकार विशेषज्ञों की संस्तुतियों के आधार पर सतत विकास लक्ष्यों को आगे बढ़ा रही है, ताकि विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बना रहे।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से पिथौरागढ़ जिले में धौलीगंगा नदी पर प्रस्तावित 114 मेगावाट की सेला उर्थिंग जलविद्युत परियोजना का उल्लेख करते हुए इसे राज्य की ऊर्जा आवश्यकताओं के लिए अहम बताया।
गंगा बेसिन से बाहर की परियोजनाओं को मंजूरी देने की मांग
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रस्तावित परियोजना गंगा बेसिन का हिस्सा नहीं है और पूरी तरह राज्य की सीमाओं के भीतर स्थित है। उन्होंने बताया कि गंगा और उसकी सहायक नदियों को छोड़कर राज्य की अन्य नदी घाटियों में जलविद्युत परियोजनाओं पर कोई प्रतिबंध लागू नहीं है। ऐसे में इस परियोजना को अनुमोदन दिया जाना उचित होगा।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने भारत सरकार के कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति की संस्तुतियों और राज्य सरकार के प्रस्तावों के अनुरूप, 647 मेगावाट क्षमता वाली 7 अन्य जलविद्युत परियोजनाओं को भी शीघ्र स्वीकृति देने का आग्रह किया।