देहरादून: शहर में एक बेहद चौंकाने वाला साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया है, जहां एक निजी कंपनी के सीनियर मैनेजर को निवेश के झांसे में लेकर 60 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। ठगों ने इतनी चतुराई से जाल बुना कि पीड़ित को आखिरी समय तक कोई शक नहीं हुआ।
कैसे रचा गया ठगी का जाल?
पीड़ित अनूप मलिक, जो एफकांस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड में वरिष्ठ प्रबंधक के रूप में कार्यरत हैं और वर्तमान में मालदेवता, देहरादून में रहते हैं, ने बताया कि 18 नवंबर 2024 को उन्हें एक महिला दिया शा का व्हाट्सएप मैसेज मिला। उसने खुद को देश के एक नामी व्यापारी विवेक वर्मा की वित्तीय सहायक बताया और कहा कि विवेक वर्मा वैश्विक निवेश प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
महिला ने उन्हें शेयरखान ऐप के ज़रिए निवेश करने का सुझाव दिया और दावा किया कि इस माध्यम से 15-20% का मुनाफा रोजाना मिलेगा। साथ ही उन्होंने निवेश के लिए डीमैट खाता खोलने का लिंक भेजा, जबकि अनूप के पास पहले से डीमैट खाता था।
झूठे वादे, नकली लाभ
महिला ने उन्हें एक बार फिर अपने स्टॉक डिटेल्स भेजने के लिए कहा ताकि बेहतर निवेश सलाह दी जा सके। इसके बाद उन्होंने उन्हें शेयरखान पर निवेश करने को प्रेरित किया और शुरुआत में ज्वाइनिंग बोनस के रूप में ₹3,000 भेजे।
- अनूप ने शुरुआत में ₹65,000 निवेश किए।
- मुनाफे का लालच देकर धीरे-धीरे ₹42 लाख की रकम उनसे जमा करवा ली गई।
- जब उन्होंने रकम वापस मांगनी चाही, तो बताया गया कि उनका क्रेडिट स्कोर 98 है, जबकि पैसे निकालने के लिए स्कोर 100 होना जरूरी है।
- स्कोर बढ़ाने के नाम पर उन्होंने ₹2 लाख और जमा किए।
जब तक समझ आता, बहुत देर हो चुकी थी
- निवेश की रकम कथित रूप से बढ़कर ₹15 करोड़ दिखाई गई, लेकिन निकालने के लिए फिर से ₹4 लाख की मांग की गई।
- बाद में एक नई वेबसाइट पर रकम ट्रांसफर करवाकर, वह वेबसाइट ही बंद कर दी गई और आरोपी महिला समेत अन्य लोगों ने फोन उठाना भी बंद कर दिया।
पुलिस जांच में जुटी
ठगी का एहसास होने पर अनूप मलिक ने साइबर थाना देहरादून में तहरीर दी। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
🔴 यहां से सीखें – खुद को ऐसे साइबर फ्रॉड से कैसे बचाएं:
- बिना पुष्टि किए किसी भी अनजान व्यक्ति की निवेश सलाह पर भरोसा न करें।
- किसी भी प्रकार के ऐप या वेबसाइट पर पैसे डालने से पहले उसकी प्रमाणिकता जांचें।
- क्रेडिट स्कोर, बोनस, या अनरियलिस्टिक रिटर्न के झूठे वादों से सावधान रहें।
- कोई भी वैध संस्था कभी फोन/व्हाट्सएप पर निवेश की गारंटी नहीं देती।