उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के एक जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को ₹50,000 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि आरोपी अधिकारी ने काम के बदले ₹50,000 की रिश्वत मांगी थी।
एक शिकायत 1064 टोल-फ्री नंबर पर मिली थी, जिसमें बताया गया कि एक सेवानिवृत्त सैनिक सेवा विस्तार से जुड़ा काम जिला सैनिक कल्याण विभाग से करवा रहा था। शिकायत के आधार पर सतर्कता विभाग ने जाल बिछाया और 24 मई को बागेश्वर के रामपुर गांव, तहसील कपकोट के रहने वाले सेवानिवृत्त कर्नल को रिश्वत लेते पकड़ा।
उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
सरकारी बयान में कहा गया है कि यह कार्रवाई मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदमों का हिस्सा है। पिछले तीन वर्षों में भ्रष्टाचार के 150 से अधिक मामलों में गिरफ्तारियां हुई हैं, जो सरकार की प्रभावी कार्रवाई को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा है कि उत्तराखंड को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना उनकी प्राथमिकता है। राज्य सरकार की ज़ीरो टॉलरेंस नीति और सतर्कता विभाग की तत्परता के कारण अधिकारी और कर्मचारी अब अधिक सावधान हो गए हैं।