उत्तराखंड के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर सप्ताहांत में भारी भीड़ उमड़ने से भारी ट्रैफिक जाम देखने को मिला। मसूरी, हरिद्वार और कुमाऊं क्षेत्र के कुछ हिस्सों में वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। इस भीषण जाम में दिल्ली से आए एक 62 वर्षीय पर्यटक की मृत्यु हो गई।
मसूरी में देहरादून मार्ग, किंक्रेग से लाइब्रेरी और पिक्चर पैलेस, मोतीलाल नेहरू रोड, एकेडमी रोड और मॉल रोड सहित कई मुख्य सड़कों पर दिनभर जाम की स्थिति रही। यहां तक कि सुवाखोली, बुरांशखंडा और धनौल्टी जैसे आसपास के क्षेत्रों में भी वाहनों की आवाजाही ठप रही।
लैंढौर में हालात और गंभीर
लैंढौर क्षेत्र में तो स्थिति और भी गंभीर रही, जहां सुबह से लेकर देर रात तक ट्रैफिक पूरी तरह जाम रहा। स्थानीय व्यापारियों ने बताया कि जाम की वजह से कारोबार पर बुरा असर पड़ा।
हरिद्वार और कुमाऊं भी प्रभावित
हरिद्वार में भी तीर्थयात्रियों की भारी आमद के चलते अलकनंदा तिराहा से लेकर वीआईपी घाट तक वाहनों की रफ्तार थम गई। भीषण गर्मी में यातायात पुलिस के लिए व्यवस्था संभालना चुनौतीपूर्ण रहा। पार्किंग स्थलों में जगह नहीं थी और कई जगह एक किलोमीटर की दूरी तय करने में एक घंटे से अधिक का समय लग रहा था।
कुमाऊं क्षेत्र में स्थिति नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने दोपहिया वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी। सिर्फ पिछले दो दिनों में ही काठगोदाम से 800 से अधिक दोपहिया पर्यटकों को वापस भेजा गया।
दिल्ली पर्यटक की मौत
दिल्ली निवासी कमल किशोर टंडन अपने परिवार के साथ 5 जून को मसूरी पहुंचे थे। मौसम खराब होने और अत्यधिक भीड़ के बीच उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें लैंढौर के एक सामुदायिक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें देहरादून रेफर कर दिया। आमतौर पर देहरादून का सफर एक घंटे का होता है, लेकिन ट्रैफिक जाम के कारण वाहन घंटों फंसे रहे। अस्पताल पहुंचने से पहले ही टंडन की मृत्यु हो गई।
स्थानीयों में रोष, प्रशासन पर सवाल
इस घटना ने पर्यटकों की भारी भीड़ से निपटने में प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय निवासियों और व्यापारियों ने सप्ताहांत और छुट्टियों में बार-बार हो रही ट्रैफिक समस्या को लेकर नाराजगी जताई है।