उत्तराखंड में सरकारी नौकरियों की परीक्षाओं में धांधली और पेपर लीक का मामला कोई नया नहीं है, लेकिन इस बार का खुलासा प्रदेशभर के युवाओं के लिए एक बड़ा झटका है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की परीक्षा से एक दिन पहले ही एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें कथित रूप से नकल माफिया और दलाल सौदेबाज़ी करते नजर आए। इससे साफ है कि यह खेल काफी पहले से रचा जा रहा था और युवा उम्मीदवार सिर्फ मोहरे बनकर रह गए।
घटना का पूरा सिलसिला
रविवार को आयोजित हुई UKSSSC परीक्षा में बड़ा हंगामा मच गया। परीक्षा शुरू होने के सिर्फ 35 मिनट बाद ही पेपर सोशल मीडिया पर लीक हो गया।
- आयोग ने तुरंत STF और उत्तराखंड पुलिस को जांच की जिम्मेदारी दी।
- टिहरी की एक महिला प्रोफेसर समेत दो लोगों को हिरासत में लिया गया।
- आरोप है कि एक अभ्यर्थी खालिद ने महिला प्रोफेसर को मोबाइल से पेपर के स्क्रीनशॉट भेजे थे।
लेकिन असली चौंकाने वाली बात तब सामने आई, जब परीक्षा से एक दिन पहले ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ।
वीडियो में सौदेबाज़ी
इस वीडियो में हाकम सिंह का करीबी साथी पंकज एक युवक से कहता सुनाई दे रहा है:
“15 लाख दो और पेपर पर रोल नंबर लिख देना… जितना आता है उतना कर लेना, बाकी हम करवा लेंगे।”
यानी परीक्षा में सेटिंग से भर्ती कराने का खेल पहले से ही तय था।
- पहले जहां रेट 12 लाख रुपये तक बताया जाता था, अब वह बढ़ाकर 15 लाख रुपये कर दिया गया।
- दावा किया गया कि इस बार कम लोगों को भर्ती कराया जा रहा है, इसलिए कीमत ज्यादा रखी गई।
- रकम नकद ली जाती थी और परीक्षा से पहले ही सौदा पक्का होता था।
- इतना ही नहीं, यह भी कहा गया कि अगर भर्ती नहीं हुई तो रकम लौटा दी जाएगी।
गिरफ्तारी और सबूत
वीडियो वायरल होने के बाद STF और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की।
- हाकम सिंह और पंकज गौड़ को गिरफ्तार कर लिया गया।
- दोनों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए और फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए।
- अब जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि क्या आयोग के किसी कर्मचारी से इनका सीधा संपर्क था या नहीं।
पंकज गौड़ के बारे में भी चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। उसका भाई वीडीओ (ग्राम विकास अधिकारी) है और पंकज को उसके घर से ही गिरफ्तार किया गया।
युवाओं का गुस्सा और बेरोजगारी की मार
उत्तराखंड में यह घटना सिर्फ एक पेपर लीक का मामला नहीं है, बल्कि बेरोजगारी झेल रहे लाखों युवाओं के सपनों से सीधा खिलवाड़ है।
- लंबे समय से तैयारी कर रहे उम्मीदवारों का भविष्य अधर में लटक गया।
- प्रदेशभर में बेरोजगार संघ और छात्र संगठनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
बेरोजगार संघ के अध्यक्ष राम कंडवाल का कहना है कि “यह क्लिप साफ करती है कि हाकम की जड़ें अभी भी आयोग में गहरी हैं, जिन्हें पूरी तरह उखाड़ना जरूरी है।”
निष्कर्ष
UKSSSC पेपर लीक का यह नया मामला इस बात की गवाही देता है कि प्रदेश की भर्ती प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी और डिजिटल किए बिना समस्या खत्म नहीं होगी। जब तक माफियाओं की जड़ें काटकर बाहर नहीं निकाली जातीं और दोषियों को सख्त सज़ा नहीं दी जाती, तब तक बेरोजगार युवाओं की उम्मीदें बार-बार कुचली जाती रहेंगी।