चमोली (थराली) – उत्तराखंड के चमोली जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। थराली ब्लॉक की 17 वर्षीय नाबालिग लड़की ने 4 जून को जिला चिकित्सालय, रुद्रप्रयाग में एक शिशु को जन्म दिया। परिजनों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर बागेश्वर निवासी युवक पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी की गिरफ्तारी के लिए विशेष जांच टीम का गठन कर दिया है।
मामले का विवरण
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़िता चमोली जिले के देवाल विकासखंड के एक गांव की रहने वाली है। वह देवाल में एक कोर्स कर रही थी, इसी दौरान उसकी मुलाकात बागेश्वर निवासी युवक से हुई।
थराली थानाध्यक्ष पंकज कुमार के अनुसार, पीड़िता ने बताया कि युवक ने उसके साथ जबरदस्ती की, जिससे वह गर्भवती हो गई। गर्भवती होने की जानकारी मिलने पर परिजनों ने किशोरी को रुद्रप्रयाग जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसने शिशु को जन्म दिया।
कानूनी कार्रवाई शुरू
- थराली थाना पुलिस ने पीड़िता के परिजनों की तहरीर के आधार पर आरोपी युवक के खिलाफ पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
- पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एक टीम गठित कर दी है और उसे जल्द पकड़ने का प्रयास जारी है।
क्या है पॉक्सो एक्ट?
पॉक्सो (POCSO – Protection of Children from Sexual Offences) एक्ट एक विशेष कानून है, जो बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों की सुनवाई और सजा के लिए बनाया गया है। इसके अंतर्गत दोषी पाए जाने पर कड़ी सजा का प्रावधान है।यह मामला न केवल कानूनी बल्कि सामाजिक रूप से भी चिंता का विषय है। नाबालिगों की सुरक्षा और जागरूकता को लेकर समाज और प्रशासन दोनों की साझा जिम्मेदारी बनती है। पुलिस का कहना है कि वे पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और जल्द आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।