चारधाम यात्रा शुरू होते ही साइबर अपराधी श्रद्धालुओं को निशाना बना रहे हैं। केदारनाथ धाम के लिए हेलीकॉप्टर टिकट बुकिंग के नाम पर फर्जी वेबसाइट्स और सोशल मीडिया पेज बनाए जा रहे हैं। इस खतरे को देखते हुए उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ ने सख्त कार्रवाई शुरू की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और डीजीपी दीपम सेठ के निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए, एसटीएफ ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) के सहयोग से अब तक:
- 51 फर्जी वेबसाइट्स/URL ब्लॉक कीं
- 111 फर्जी मोबाइल नंबरों को बंद किया
- 56 बैंक खातों को फ्रीज किया
- 30 व्हाट्सएप नंबर रिपोर्ट कर ब्लॉक किए
कार्रवाई की कमान SSP नवनीत सिंह और उनकी टीम संभाल रही है, जिसमें उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा और निरीक्षक देवेंद्र नबियाल भी शामिल हैं।
प्रमुख रणनीतियाँ:
- Meta को कानूनी नोटिस भेजकर फर्जी Facebook पेज और विज्ञापन हटवाए गए।
- Google की तरह Meta से भी कीवर्ड आधारित विज्ञापन रोकने की मांग।
- बैंक, टेलिकॉम कंपनियों, और होस्टिंग सेवाओं के साथ मिलकर ठगों का नेटवर्क तोड़ा गया।
सार्वजनिक चेतावनी:
- केवल IRCTC ही केदारनाथ के लिए अधिकृत हेलीकॉप्टर टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म है।
- Facebook विज्ञापन या संदिग्ध साइटों से बुकिंग न करें।
- साइबर ठगी होने पर 1930 हेल्पलाइन पर संपर्क करें।
यह अभियान न केवल सुरक्षा पर केंद्रित है, बल्कि जागरूकता और नीति-निर्माण पर भी जोर देता है — एक ऐसा मॉडल जो पूरे देश में साइबर अपराध रोकने की दिशा में मार्गदर्शक बन सकता है।