देहरादून पुलिस और उत्तराखंड एसटीएफ ने एक संयुक्त अभियान के तहत राजधानी के पटेलनगर क्षेत्र से पांच बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। ये सभी लोग लंबे समय से अवैध रूप से देहरादून में रह रहे थे, और कुछ ने तो फर्जी आधार कार्ड भी बनवा लिए थे।पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इन सभी को बीएसएफ की मदद से बांग्लादेश सीमा पर संबंधित बांग्लादेशी एजेंसी के सुपुर्द कर दिया। अब तक राजधानी देहरादून में 11 बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से रहने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है।
सत्यापन अभियान में सामने आया मामला
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि यह गिरफ्तारी 20 मई को चलाए गए सत्यापन अभियान के दौरान हुई। पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने संयुक्त रूप से पटेलनगर क्षेत्र में कार्रवाई की और इन पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया।
गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान:
- रूमा बेगम उर्फ वर्षा (30 वर्ष), निवासी किशोरगंज, थाना अष्टोग्राम, बांग्लादेश
- सोपना अख्तर (21 वर्ष), निवासी मुख्य बाजार, सिलेट, बांग्लादेश
- हसीना बेगम उर्फ स्वीटी (37 वर्ष), निवासी सिलेट, मौलवीबाजार, बांग्लादेश
- रूहेना बेगम उर्फ इशा खातून (24 वर्ष), निवासी बागमाडा, मौलवीबाजार, बांग्लादेश
- दिप्तो कुमार उर्फ अपन इस्लाम (24 वर्ष), निवासी नारायणपुर, जिला गोपालगंज, ढाका, बांग्लादेश
फर्जी दस्तावेज और अवैध प्रवेश
पूछताछ के दौरान इन सभी के पास से बांग्लादेशी नागरिक होने के पर्याप्त प्रमाण मिले। साथ ही, यह भी स्पष्ट हुआ कि कुछ ने भारत में रहने के लिए फर्जी आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज भी तैयार कर रखे थे। सभी के खिलाफ नियमानुसार डिपोर्ट की कार्रवाई की गई।
बीएसएफ के माध्यम से डिपोर्ट की कार्रवाई पूरी
देहरादून पुलिस ने विशेष टीम का गठन कर बीएसएफ अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित किया और मंगलवार को इन पांचों नागरिकों को बांग्लादेश सीमा पर संबंधित एजेंसी के हवाले कर दिया गया।
एसएसपी अजय सिंह ने यह भी बताया कि देहरादून में इस प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और भविष्य में भी ऐसे सत्यापन अभियान जारी रहेंगे।