देहरादून: उत्तराखंड में मानसून पूर्व की गतिविधियों ने रफ्तार पकड़ ली है और मौसम विभाग ने 5 जून और 6 जून के लिए पर्वतीय जिलों में गरज के साथ भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही मैदानी जिलों में भी तेज झोंकेदार हवाएं और हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, राज्य के कई हिस्सों में मौसम का मिजाज बिगड़ सकता है, जिससे स्थानीय प्रशासन और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
5 जून को कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विभाग के मुताबिक, बृहस्पतिवार 5 जून को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों में गर्जन के साथ बिजली चमकने और बारिश की संभावना है। इसके अलावा देहरादून, टिहरी गढ़वाल, पौड़ी गढ़वाल, अल्मोड़ा, नैनीताल और चंपावत जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। वहीं अन्य जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने का अनुमान है।
तेज हवाओं से बढ़ेगी परेशानी
मैदानी जिलों में भी मौसम विभाग ने 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज झोंकेदार हवाएं चलने की चेतावनी दी है। गरज और चमक के साथ बिजली गिरने की आशंका है, जिससे खुले स्थानों पर रहने वाले लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता है। मौसम विशेषज्ञों ने यह भी कहा है कि ऐसे मौसम में पेड़ गिरने, बिजली के खंभों को नुकसान और यातायात में व्यवधान की संभावना बनी रहती है।
6 जून को भी बारिश की संभावना
शुक्रवार 6 जून को भी मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में बारिश की संभावना जताई है। इसके अलावा अन्य जिलों में मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहेगा। देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में आंशिक बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन व्यापक बारिश की संभावना कम है।
7, 8 और 9 जून को रहेगा शुष्क मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, 7 से 9 जून तक उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहेगा। हालांकि पर्वतीय क्षेत्रों में स्थानीय प्रभाव के कारण आंशिक रूप से बादल छा सकते हैं, लेकिन बारिश की संभावना न्यूनतम रहेगी।
प्रशासन और जनता से अपील
मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशासन को पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में सतर्कता बरतने, नदी-नालों के किनारे रह रहे लोगों को अलर्ट करने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है। आम जनता से भी अपील की गई है कि खराब मौसम के दौरान बिना आवश्यकता के यात्रा से बचें, और बिजली चमकने के दौरान सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।