देहरादून। क्लेमेनटाउन छावनी परिषद ने अवैध निर्माणों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की शुरुआत कर दी है। द्वारिकापुरी कॉलोनी में 17 अवैध भवनों को चिन्हित करते हुए लाल निशान लगाए गए हैं और स्वामियों को नोटिस जारी कर 15 दिन के भीतर निर्माण हटाने का निर्देश दिया गया है। समयसीमा खत्म होने पर न सिर्फ बुलडोजर चलाया जाएगा, बल्कि जुर्माना भी वसूला जाएगा।
छावनी बोर्ड की टीम ने मोरोवाला क्षेत्र में बिंदाल नदी के पास स्थित अवैध निर्माणों पर भी कार्रवाई की है। टीम ने दर्जनों निर्माणाधीन और तैयार मकानों को चिन्हित किया है। इससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है और भवन स्वामियों में अफरा-तफरी का माहौल है।
छावनी परिषद ने कसी नकेल, नक्शा स्वीकृति के बिना हुए निर्माणों पर शिकंजा
बीते दिनों हुई छावनी परिषद की बैठक में बिना नक्शा स्वीकृति के तेजी से हो रहे निर्माणों और उससे हो रहे राजस्व नुकसान पर चिंता जताई गई थी। बैठक के बाद परिषद ने सख्ती दिखाते हुए अवैध भवनों को चिन्हित करना शुरू किया है।
बोर्ड के सदस्य भूपेंद्र सिंह कंडारी ने बताया कि छावनी क्षेत्र में अवैध भवनों को चिन्हित कर लाल निशान लगाए जा चुके हैं और सभी स्वामियों को अंतिम नोटिस जारी किया गया है। अब समयसीमा समाप्त होते ही कार्रवाई की जाएगी।
अब इन क्षेत्रों में भी चलेगा बुलडोजर
छावनी परिषद ने स्पष्ट किया है कि द्वारिकापुरी के अलावा भारुवाला, छोटा भारुवाला, मोरोवाला, चानचक, दौड़वाला, मोथरोवाला, इंद्रपुरी और सोसायटी एरिया जैसे क्षेत्रों में भी अवैध निर्माणों की भरमार है। अब इन इलाकों में भी कार्रवाई की जाएगी।
ध्वस्तीकरण का खर्च भी वसूलेगा बोर्ड
परिषद ने यह भी साफ किया है कि अवैध निर्माणों को न हटाने पर भवन स्वामी से न केवल मकान तोड़ा जाएगा, बल्कि बुलडोजर की कार्रवाई का खर्च भी वसूला जाएगा। अंतिम नोटिस के बाद कोई ढील नहीं दी जाएगी।
कुछ पर अंतिम नोटिस, कार्रवाई कभी भी शुरू
छावनी परिषद ने सुशील कुमार अग्रवाल (लक्ष्मण चौक) और अख्तरी बेगम (छोटा भारुवाला) को अंतिम नोटिस जारी कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि पूर्व में भी कई बार चेतावनी दी गई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। अब एक सप्ताह के भीतर निर्माण नहीं हटाने पर सीधे ध्वस्तीकरण होगा।