देहरादून स्थित राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में 11 अक्टूबर की तड़के हुई लेट नाइट पार्टी अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। घटना में पीजी डॉक्टरों द्वारा तेज आवाज में म्यूजिक चलाकर पार्टी करना और अर्धनग्न अवस्था में डांस करना शामिल था। वायरल वीडियो ने कॉलेज प्रशासन और स्थानीय लोगों में गहरी नाराज़गी पैदा कर दी है।
हॉस्टल में पार्टी और वीडियो वायरल होने का मामला
घटना के अनुसार, तड़के ढाई से तीन बजे के बीच हॉस्टल के गेट पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों के पास पुलिस को सूचना मिली कि हॉस्टल में तेज आवाज में डीजे बज रहा है। पुलिस जब मौके पर पहुँची, तो वहाँ पार्टी कर रहे छात्रों का वीडियो बनाया गया।वीडियो में दिख रहा है कि छात्र-छात्राएं म्यूजिक पर डांस कर रहे हैं और कुछ अर्धनग्न अवस्था में भी नजर आए। इस दौरान छात्रों और पुलिसकर्मियों के बीच कहासुनी हुई, जिससे मामला और बढ़ गया।प्रिंसिपल डॉ. गीता जैन ने कहा कि छात्रों ने इस मामले में खेद जताया और भविष्य में ऐसा न करने का लिखित आश्वासन दिया।
प्रशासन ने उठाए सख्त कदम
पार्टी के मामले में प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है।
- हॉस्टल वार्डन प्रो. डॉ. सुशील ओझा ने विवाद के बाद अपना पद छोड़ दिया।
- गार्ड कमांडर गोविंद सिंह और दो सुरक्षा कर्मी देवेंद्र प्रसाद और अब्बल सिंह को सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन न करने पर हटाया गया।
- सिक्योरिटी सुपरवाइजर भरत सिंह नकोटी को चेतावनी दी गई।
- नई नियुक्ति में सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ. अभय कुमार को वार्डन बनाया गया।
इस मामले में अब तक 15 पीजी डॉक्टर चिन्हित किए जा चुके हैं। इनमें से एक को हॉस्टल से निष्कासित कर दिया गया है और अन्य पर 5,000 से 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। सभी को चेतावनी पत्र भी जारी किया गया।
सोशल मीडिया और प्रशासनिक जांच
प्रिंसिपल ने बताया कि वायरल वीडियो के आधार पर जांच कमेटी गठित की गई थी। जांच में यह पाया गया कि छात्रों ने हॉस्टल के नियमों का उल्लंघन किया। इसके अलावा, वीडियो बनाने वाले बाहरी व्यक्ति और न्यूरो सर्जन डॉ. अमित के साथ भी विवाद हुआ। प्रिंसिपल ने छात्रों से कहा कि भविष्य में ऐसे व्यवहार से बचें और हॉस्टल में शांति बनाए रखें।
देहरादून मेडिकल कॉलेज हॉस्टल की पृष्ठभूमि
दून मेडिकल कॉलेज अपने शिक्षण और प्रशिक्षण के लिए जाना जाता है। हॉस्टल में सख्त नियम लागू हैं, लेकिन बड़े शहर होने के कारण कभी-कभी छात्रों के ऐसे व्यवहार की घटनाएँ सामने आती रहती हैं। देहरादून जैसे पहाड़ी शहर में मेडिकल कॉलेज छात्रों के लिए शिक्षा, अनुशासन और हॉस्टल जीवन का संतुलन बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
निष्कर्ष
देहरादून मेडिकल कॉलेज हॉस्टल की लेट नाइट पार्टी की घटना ने दिखाया कि छात्रों की मस्ती और नियमों का पालन एक संतुलन का मामला है।
सख्त कार्रवाई और चेतावनी से यह स्पष्ट संदेश गया है कि हॉस्टल जीवन में शांति, सुरक्षा और अनुशासन सर्वोपरि हैं।