देहरादून: मई के महीने में नमी (ह्यूमिडिटी) का असामान्य बढ़ाव मौसम को और भी चिपचिपा और गर्म महसूस करा रहा है।विशेषज्ञों का कहना है कि आमतौर पर जुलाई और अगस्त में देखी जाने वाली यह नमी अगर मई में ही शुरू हो रही है, तो यह क्षेत्रीय जलवायु में गहरे बदलाव का संकेत हो सकता है।
बुधवार को देहरादून में सापेक्ष आर्द्रता (relative humidity) 82% दर्ज की गई। इसके कारण लगभग 34°C का तापमान 40°C से भी ज्यादा महसूस हुआ। यह सब ह्यूमिडिटी की वजह से बढ़े हुए हीट इंडेक्स के कारण हुआ। हीट इंडेक्स यह बताता है कि नमी को मिलाकर असल में गर्मी कितनी महसूस होती है।
इस कारण दोपहर के समय लोगों को इस मौसम का सबसे ज़्यादा असहज अनुभव हुआ। राज्य के अन्य हिस्सों में भी उमस भरे हालात देखने को मिले। पंतनगर में नमी का स्तर करीब 62% और मुक्तेश्वर में 78% रहा, जिससे मैदानों और पहाड़ियों – दोनों जगहों पर लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
“मई में इतनी नमी पहले बहुत ही कम देखने को मिलती थी,” क्षेत्रीय मौसम केंद्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा।उन्होंने आगे बताया, “लेकिन पिछले कुछ वर्षों से हम देख रहे हैं कि नमी पहले ही बढ़ने लगी है। इसका कारण बदलते हुए हवाओं के रुख और बंगाल की खाड़ी व अरब सागर से नमी के समय से पहले आने की संभावना हो सकती है।”
क्षेत्रीय मौसम केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि आने वाले दिनों में भी ऐसा ही मौसम बना रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, “नमी का स्तर अभी भी ऊंचा रहेगा, जिससे लोगों को और ज्यादा असहजता महसूस होगी।”
मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे पर्याप्त पानी पीते रहें, तेज़ धूप में दोपहर के समय बाहर निकलने से बचें, और विशेष सावधानी बरतें, खासकर बुज़ुर्गों और बच्चों के लिए।