उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार, 30 अप्रैल को चारधाम यात्रा की शुरुआत के अवसर पर यमुनोत्री धाम पहुंचे। इस दिन श्री यमुनोत्री धाम के कपाट विधिवत रूप से खोले गए, और मुख्यमंत्री ने उद्घाटन समारोह में भाग लिया।
पत्रकारों से बातचीत में सीएम धामी ने कहा कि,
"हम हर पहलू पर नजर बनाए हुए हैं ताकि किसी भी श्रद्धालु को यात्रा के दौरान कोई असुविधा न हो।"
उन्होंने बताया कि यमुनोत्री घाट पर हाल ही में आई आपदा के बाद क्षेत्र में नुकसान का आकलन करने के लिए बड़े हेलिकॉप्टर की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यमुनोत्री की यात्रा अन्य धामों की तुलना में थोड़ी कठिन है, इसलिए राज्य सरकार एक मास्टर प्लान पर कार्य कर रही है।
मोदी सरकार के प्रयासों से तीर्थ यात्रा में बढ़ोतरी
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि,
"2014 के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चारों धामों में हुए कार्यों की वजह से तीर्थ यात्रा में भारी बढ़ोतरी हुई है।"
उन्होंने बताया कि सरकार का प्रयास है कि यह यात्रा सुरक्षित, सरल और निर्बाध हो। सभी विभागों ने मिलकर तैयारियां पूरी कर ली हैं।
चारधाम यात्रा उत्तराखंडवासियों के लिए पर्व के समान
सीएम धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखंड के लोगों के लिए किसी त्योहार से कम नहीं है।
“गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुल चुके हैं। यह हमारे लिए पर्व जैसा है। हमारा लक्ष्य है कि हर यात्री को सुविधाजनक और सुरक्षित यात्रा अनुभव मिले,” उन्होंने कहा।
22 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने कराई पंजीकरण
वहीं, चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत के साथ ही ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप में अब तक 22 लाख से अधिक श्रद्धालु पंजीकरण करा चुके हैं, जो अपने-अपने धामों की ओर रवाना हो रहे हैं।